हरिद्वार: हरिद्वार जिले के मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के नसीरपुर गांव में मंदिर के सेवादार की निर्मम हत्या कर दी। सेवादार का शव कई दिन तक कमरे में बंद रहा। बदबू आने पर ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने कुंडी खोलकर शव को बाहर निकाला। मामले की गंभीरता को देखते हुए फॉरेंसिक टीम को भी बुलाया गया।
घटनास्थल पर फॉरेंसिक टीम ने जांच की और जरूरी फिंगर प्रिंट लिए । मृतक की उम्र लगभग 60 साल बताई जा रही है। आशंका है कि सेवादार के प्राइवेट पार्ट्स पर सरिये से करंट देकर उसकी हत्या की गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार नसीरपुर गांव में आबादी से थोड़ा दूरी पर एक मंदिर है। मंदिर परिसर में ही कुछ कमरे बने हैं। यहां पर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के देवबंद कोतवाली अंतर्गत मिरगपुर गांव निवासी बाबा कालूदास मुख्य पुजारी हैं। डेढ़ माह पहले वह गांव से चले गए थे। इस दौरान उन्होंने मंदिर की सेवा के लिए गांव से बाबा सुखराम को भेज दिया। करीब सप्ताह भर से सुखराम का भी कोई पता नहीं चल रहा था। ग्रामीणों ने भी इस बात पर कोई ध्यान नहीं दिया।
शुक्रवार शाम को कुछ ग्रामीण मंदिर के समीप बने कमरों के पास खड़े थे। तभी उनको एक कमरे से बदबू आने लगी। उन्होंने देखा कि कमरे को बाहर से बंद कर कुंडी लगा दी गई है। अनहोनी की आशंका के मद्देनजर ग्रामीणों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इस पर प्रशिक्षु सीओ ओशीन जोशी के नेतृत्व में पुलिस टीम गांव में पहुंची। कमरे का कुंडा खोलकर देखा तो शव सड़ चुका था। इतना ही नहीं बाबा सुखराम के जांघ के पास एक सरिये को तार से जोड़कर दीवार में लगे बिजली के स्विच से जोड़ा गया था।