हल्द्वानी: हल्द्वानी से सनसनीखेज खबर मिली है। यहां पूजा करके लौट रहे तीन युवकों पर कई बाइकों पर सवार होकर आए लोगों ने पथराव कर दिया। बचाने पहुंचे लोगों पर भी एक समुदाय के लोगों की भीड़ ने पथराव किया और फिर फरार हो गए। काठगोदाम थाने पहुंचे पीड़ित पक्ष की जासूसी करने पहुंचे दूसरे समुदाय के दो लोगों को थाने में पकड़ लिया गया। एक पक्ष ने पुलिस को तहरीर देते हुए आरोपियों की जल्द से जल्द गिरफ्तारी की मांग की है। मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों को हिरासत में ले लिया है।
जानकारी के अनुसार काठगोदाम थाना क्षेत्र में शनिवार की देर शाम करीब 6:30 बजे अचानक उस वक्त अफरा-तफरी मच गई जब मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ करके लौट रहे शीशमहल इलाके के तीन युवकों पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया। काठगोदाम थाने में मौजूद लोगों ने बताया कि हनुमान चालीसा पाठ कर घर लौट रहे युवक हनुमान गढ़ी के पास गन्ने का जूस पीने के लिए रुक गए थे। उसी दौरान वहां करीब 6-7 बाइकों से बड़ी संख्या में समुदा विशेष के लोग पहुंचे और तीनों युवकों के गले में भगवा गमछा पड़ा देख बजरंग दल का सदस्य होने के बारे में पूछा और अचानक हमला कर दिया। जब युवकों ने इसका विरोध किया तो दूसरे पक्ष ने पथराव शुरू कर दिया। शोर शराबा सुनकर बस्ती के लोग मौके पर पहुंचे और तीन आरोपियों को दबोच लिया।
थाने में मौजूद प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि लगभग 10 मिनट बाद ही समुदाय विशेष के एक युवक ने किसी को फोन किया और कुछ ही देर में 50-60 लोग शीशमहल चौराहे पर पहुंचे और पथराव शुरू कर दिया। आरोप है कि पथराव कर रही भीड़ में कुछ के पास धारदार हथियार, लाठी-डंडे और कुछ लोगों के पास तमंचे भी थे। हथियारों से लैस भीड़ ने अपने दो साथियों को छुड़वाया और दूसरे पक्ष की ओर से पथराव होने पर तमंचा लहराते हुए फरार हो गए।
बताया गया कि इस दौरान समुदाय विशेष के तीसरे व्यक्ति को लोगों ने दुकान में बंद कर दिया। सूचना पर पहुंची काठगोदाम पुलिस मामला शांत कराकर एक पक्ष को लेकर थाने पहुंची। काफी देर की बातचीत के बाद एक पक्ष ने तहरीर देते हुए जल्द से जल्द पथराव करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। पुलिस गुस्साई भीड़ से थाने में बातचीत कर ही रही थी कि अचानक थाने के बाहर हल्ला मच गया। लोगों के चीखने की आवाज सुनकर कोतवाली का स्टाफ और वहां मौजूद अन्य अधिकारी बाहर पहुंच गए। लोगों के मुताबिक समुदाय विशेष के दो लोग भीड़ का हिस्सा बनकर थाने पहुंचे थे और निगरानी कर रहे थे। वहीं कुछ लोगों ने सीसीटीवी कैमरों की रिकॉर्डिंग में दोनों को पहचान लिया और उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
शहर में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का मामला पता चलते ही मेयर जोगेंद्र रौतेला व अन्य लोग भी कोठगोदाम थाने पहुंच गए। काफी देर तक मेयर और शिकायतकर्ता पक्ष के साथ एसपी सिटी हरबंस सिंह, सीओ सिटी भूपेंद्र सिंह धोनी और काठगोदान थाना एसओ प्रमोद पाठक ने बातचीत की। काफी देर की बहसबाजी होने के बाद पुलिस को मामले की तहरीर सौंपी गई। बार-बार पुलिस अधिकारियों द्वारा तहरीर दिए जाने की बात कही जा रही थी। इस पर शिकायतकर्ताओं का गुस्सा और बढ़ गया। उनका कहना था कि प्रत्यक्षदर्शियों की ओर से इतने बड़े हंगामे की शिकायत करने के बाद भी पुलिस तहरीर का इंतजार क्यों कर रही है। तत्काल एक्शन न लेने का आरोप लगाते हुए लोगों ने आक्रोश भी जताया। हालांकि पुलिस और शहर मेयर ने लोगों को शांत करते हुए बातचीत को आगे बढ़ाया।
थाने से बातचीत के बाद बाहर निकले मेयर ने बताया कि पुलिस से रविवार सुबह 10 बजे तक सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे हर व्यक्ति को गिरफ्तार करने की मांग की गई है। बताया कि इसके बाद 11 बजे शीशमहल पर सभी हिंदूवादी संगठन एकत्र होंगे और उसके बाद आगे की रणनीति पर विचार किया जाएगा।
एसएसपी नैनीताल पंकज भट्ट ने कहा कि दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया जाएगा, साथ ही घटना स्थल के सीसीटीवी कैमरे खंगाले जा रहे हैं। घटना में शामिल लोगों पर कार्रवाई की जाएगी। हल्द्वानी के मेयर जोगेंद्र रौतेला ने कहा कि शहर में सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने वालों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, पुलिस व प्रशासन से सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है।
काठगोदाम के शीशमहल क्षेत्र में शनिवार देर शाम हुए पथराव मामले में रविवार को पुलिस एक्शन मूड में दिखी। मामले में पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर 11 लोगों को हिरासत में ले लिया है। दूसरी तरफ घटना को लेकर बजरंग दल के लोग बैठक कर रहे हैं। बजरंग दल के पदाधिकारियों का कहना है कि घटना के संबंध में बैठक के बाद निर्णय लिया जाएगा।