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उन्हें पार्टी ने घर बैठा दिया और मुझे जनता ने !हरीश रावत ने भगत दा पर ली चुटकी

 

देहरादून

 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने वाले पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए एक बार फिर सबका ध्यान अपनी ओर खींचा हैं।

इस बार हरदा ने पूर्व राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी पर चुटकी लेते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट की, जो अब खुब वायरल हो रही है और लोग उनकी इस पोस्ट पर खूब रियेक्ट भी कर रहे है। दरअसल रविवार को हरीश रावत ने फेसबुक पर एक पोस्ट करते हुए कहा कि कल एक विवाह समारोह में, मैं भाग लेकर बाहर निकल रहा था और भगत_दा अर्थात भगत सिंह कोश्यारी जी अंदर को आ रहे थे, बड़ी प्रेम पूर्ण मुलाकात हुई। उन्होंने कहा कि भगत दा गाड़ यानी गधेरे वाले हैं और मैं धार वाला हूं। एक बात हम दोनों में सामान्य है कि अपनी माटी और पार्टी से उनका लगाव भी मुझसे कमतर नहीं है। हरदा ने आगे लिखते हुए कहा कि इस बार सोचता हूं कि उनको मोहनरी में काफल मेले में आमंत्रित करूं। आगे उन्होंने चुटकी लेते कहा कि भगतदा को आजकल पार्टी यानी भाजपा ने घर में बैठा दिया है और मुझे जनता ने बैठा रखा है।

इतना ही नहीं हरीश रावत अपने एक और पोस्ट में लिखते हैं

 

 

भगत दा, हां Bhagat Singh Koshyari जी से मैंने बहुत सारी बातें सीखी हैं। जब मैं पिथौरागढ़ का सांसद था, जब किसी सार्वजनिक सभा में RSS पर कुछ चोट करता था तो भगत दा मुझको दर्जनों पोस्टकार्ड लिखवा कर गुस्सा जाहिर करवाते थे, संगठन के प्रति निष्ठा। इसलिए मैं जानता हूं मोहनरी में आकर मेरे यहां के काफल खाने के लिए निमंत्रण को ये स्वीकार नहीं करेंगे। मगर भगत दा कभी मुझे रमाड़ी, मांजखेत, नामती चेताबगढ़ की नारंगियां, माल्टे और केले खाने बुलाएंगे तो मैं जरूर जाऊंगा। भगत दा गाड़ वाले हैं, धार में #काफल होते हैं और गाड़ में केले, मछलियां और इनकी गाड़ में माल्टे और संतरे बहुत अच्छे होते हैं। मैं इस बात का उल्लेख इसलिए कर रहा हूं कि भगत दा के जन्म स्थल और उस क्षेत्र को जोड़ने वाली सारी सड़कें मेरे ही कार्यकाल में बनी है, चाहे सांसद के तौर पर हो, कांग्रेस के कार्यकर्ता के तौर पर हो या मुख्यमंत्री के तौर पर हो यहां तक कि भगत दा के खाने के लिए सामा में कीवी गार्डन भी हमारी ही सरकार के कार्यकाल से प्रारंभ हुआ। मुझसे प्यार रखने वालों ने इस क्षेत्र के अंदर ये कीवी और भुट्टे, दुनिया भर में पहुंचाएं और भगत दा आपकी प्रेरणा लेने वालों ने यहां की खड़िया खोदकर के देशभर में पहुंचाई है। अब आप तय करिए जो रिवर्स पलायन के मधुर स्थान वो खड़िया और बालू खुदान से आगे बढ़ेगी या कीवी, #रमाड़ी के माल्टे और #मोहनरी के काफलों से !!

भगत_दा रिसाया जन हं ! मैंकें माल्टा और नारंगी खाणक लिजी आपन गौ जरूर बुलाया।

हरीश रावत के इस व्यंग्य सोशल मीडिया पोस्ट का अभी तक भगत दा के द्वारा कोई जवाब नहीं दिया गया है अब देखना होगा भगत दा इस बारे में क्या प्रतिक्रिया देते हैं क्योंकि दोनों ही  वरिष्ठ नेताओं की जुगलबंदी आपस में लंबे समय से देखी जा रही है

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