जोशीमठ
श्री बदरीनाथ धाम गाडू घड़ा ( तेल कलश ) यात्रा 2023
• 12 अप्रैल बुद्धवार को नरेन्द्र नगर राजदरबार से शुरू होगी तेलकलश यात्रा।
• 13 अप्रैल प्रात: गाडू घड़ा तेलकलश मंदिर समिति के चेलाचेतराम धर्मशाला में दर्शनार्थ रहेगा दोपहर बाद श्रीनगर गढ़वाल प्रस्थान।
• श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत तथा श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान मे गाडू् घड़ा तेलकलश का आयोजन।
• 27 अप्रैल को प्रात: 7 बजकर 10 मिनट पर खुलेंगे श्री बदरीनाथ धाम के कपाट।
ऋषिकेश: 3 अप्रैल
श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत तथा श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित श्री बदरीनाथ धाम गाडू घड़ा तेलकलश यात्रा इस यात्रा वर्ष बुद्धवार 12 अप्रैल राजदरबार नरेन्द्र नगर से शुरू होगी। इसी दिन प्रात: राजमहल में महारानी के साथ सुहागिन महिलाओं द्वारा तिलों का तेल पिरोया जायेगा। राजा मनुजयेंद्र शाह तथा महारानी मालाराज्य लक्ष्मी शाह राजपुरोहित आचार्य कृष्ण प्रसाद उनियाल की उपस्थिति में गाडू घड़ा यात्रा को राजदरबार से श्री बदरीनाथ धाम के लिए रवाना करेंगे। 12 अप्रैल शाम को तेल कलश मंदिर समिति के चेलाचेतराम धर्मशाला रात्रिविश्राम हेतु पहुंचेगा।
श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि 11 अप्रैल को डिमरी धार्मिक पंचायत के पदाधिकारी / प्रतिनिधि श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर डिम्मर ( सिमली-चमोली) से रात्रि प्रवास हेतु ऋषिकेश पहुंच जायेंगे तथा 12 अप्रैल को ऋषिकेश से डिमरी पंचायत प्रतिनिधि तेलकलश हेतु नरेन्द्र नगर राजदरबार पहुंचेगे।
केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष तथा श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति सदस्य आशुतोष डिमरी ने बताया कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 27 अप्रैल को प्रात: 7 बजकर 10 मिनट पर विधि-विधान से खुल जायेंगे अत: ऋषिकेश, देवप्रयाग, श्रीनगर, रूद्रप्रयाग, कर्णप्रयाग, डिम्मर होते हुए तेलकलश यात्रा विभिन्न पड़ावों से होते हुए 26 अप्रैल शाम को बदरीनाथ धाम पहुंच जायेगी। कपाट खुलने के अवसर पर गाडू घड़ा के तिलों के तेल से भगवान बदरीविशाल का छ: माह तक यात्राकाल में अभिषेक किया जायेगा।
श्री डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत के महामंत्री भगवती प्रसाद डिमरी ने बताया कि तेल कलश यात्रा प्रथम चरण में 12 अप्रैल को नरेन्द्र नगर राजदरबार से शुरू होगी इसी दिन रात्रि निवास को मंदिर समिति के चेला चेतराम धर्मशाला ऋषिकेश पहुंचेगी।
13 अप्रैल को प्रात: से ही दोपहर तक चेलाचेतराम धर्मशाला ऋषिकेश में तेलकलश के दर्शन होंगे। भोग एवं पूजा के पश्चात 13 अप्रैल को तेलकलश श्रीनगर गढ़वाल रात्रि प्रवास हेतु प्रस्थान करेगा 14 अप्रैल को तेलकलश श्रीनगर से लक्ष्मी नारायण मंदिर डिम्मर पहुंचेगा। 23 अप्रैल तक श्री लक्ष्मीनारायण मंदिर डिम्मर में तेलकलश की पूजा की जायेगी। द्वितीय चरण में 24 अप्रैल को तेलकलश श्री नृसिंह मंदिर जोशीमठ पहुंचेगा। 25 अप्रैल को आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी सहित रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी के साथ गाडू घड़ा योग बदरी मंदिर पांडुकेश्वर पहुंचेगा।
26 अप्रैल को पांडुकेश्वर से आदिगुरु शंकराचार्य जी की गद्दी एवं रावल जी के साथ ही श्री उद्वव जी श्री कुबेर जी के साथ गाडू घड़ा श्री बदरीनाथ धाम पहुंचेगा। 27 अप्रैल प्रात: सात बजकर 10 मिनट पर श्री बदरीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं को दर्शनार्थ खुलेंगे।
डिमरी धार्मिक केंद्रीय पंचायत अध्यक्ष ने बताया कि ऋषिकेश में 13 अप्रैल प्रात: गाडू घड़ा तेलकलश मंदिर समिति के रेल्वे रोड धर्मशाला में रखा जायेगा इस अवसर पर ज्योर्तिपीठ के शंकराचार्य जी महाराज, प्रदेश के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, पर्यटन मंत्री, शहरी विकास मंत्री, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष, बीकेटीसी अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष तथा सदस्यों सहित सभी श्रद्धालुजनों को आमंत्रित किया जा चुका है।
तेलकलश यात्रा में डिमरी केंद्रीय पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी सहित उपाध्यक्ष भाष्कर डिमरी, महामंत्री भगवती डिमरी, पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष विनोद डिमरी, वरिष्ठ सदस्य हरीश डिमरी, विपुल डिमरी, टीका प्रसाद डिमरी, दिनेश डिमरी, नरेन्द्र प्रसाद डिमरी, अनुज डिमरी हेमचंद्र डिमरी आदि गाडू घड़ा यात्रा के साथ मौजूद रहेंगे।