प्रकाश चंद्र डिमरी।
नैनीताल/ चमोली।
पार्वती प्रेमा जगाती सरस्वती विहार विद्यालय नैनीताल मे आयोजित शिक्षकों के त्रि-दिवसीय राष्ट्रीय शैक्षिक एवं सांस्कृतिक महोत्सव के दूसरे दिन आयोजकों ने 23 राज्यों से आए शिक्षकों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।
द्वितीय दिवस के शैक्षणिक सम्मेलन का शुभारंभ करते हुए नगर निगम हल्द्वानी के मैयर डा. जोगैंद्र पाल सिंह रौतेला ने कहा कि शैलनट संस्था, डा. देवकी नंदन भट्ट तथा उनके सहयोगियों की ओर से संपूर्ण देश के शिक्षकों के राष्ट्रीय सम्मेलन से उत्तराखंड राज्य गौरवान्वित हुआ है। कहा कि शिक्षक समाज का आईना होता है। और इस प्रकार के शैक्षणिक सम्मेलन का लाभ हमारी भावी पीढ़ी को मिलेगा। इस दौरान उन्होंने विभिन्न राज्यों के शिक्षक- शिक्षिकाओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। राष्ट्रीय शैक्षणिक उन्नयन सम्मेलन मे आयोजित कार्यक्रम मे ललिता अध्यपक के लावणी नृत्य, सृष्टि गंगवार ने अच्युतं केशवम् राम नारायणम्…., गोपाल जोशी के बांसुरी वादन, अविनाश झा शास्त्रीय संगीत, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडू, केरल, गुजरात , पंजाब, हरियाणा, बंगाल, आसाम, उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड आदि राज्यों के शिक्षक- शिक्षिकाओंं की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इससे पूर्व शुक्रवार अपराह्न आयोजित शैक्षणिक गोष्ठी का शुभारंभ विधायक मनोज तिवारी और सुमित हृदिऐश ने किया। तथा शिक्षकों को पुरस्कृत करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य मे कांग्रेस की सरकार होती तो राष्ट्रीय स्तर की शैक्षणिक गोष्ठी का शुभारंभ मुख्यमंत्री द्वारा किया जाता। कहा कि वर्तमान मे नोनिहालों का भविष्य संवारने वाला शिक्षकों की वैधानिक मांगें पूरी नहीं होने से क्षुब्ध है। हरियाणा के सुप्रसिद्ध साहित्यकार डा. प्रद्युम्न भल्ला के संचालन मे आयोजित कवि सम्मेलन मे विभिन्न राज्यों के 25 कवियों रौशन बलूनी, अजय चौधरी, प्रद्युम्न भल्ला, प्रकाश चमोली, हर्षिता पुनेठा, नीरज नैथानी, दीक्षा जोशी, किरन नैथानी, डा. कृष्ण कुमार आदि की कविता जिंदगी कुछ यूं रही, गैर को गर गले लगाओगे…., उनसे अब प्यार का सिलसिला ही नहीं, जिसको चाहा वो मिला ही नहीं… आदि कविताओं ने विभिन्न प्रांतों से आए शिक्षक- शिक्षिकाओं का मन मोह लिया। वहीं उत्सव कला संगम नैनीताल के डा़ राकेश भट्ट के निर्देशन मे श्री नंदादेवी राजजात पर आयोजित नृत्य नाटिका मे कलाकारों के अभिनय से दर्शक भाव- विह्वल हो गए। इस मौके पर विवेक कुमार, डा. डीएन भट्ट, डा. गिरीश जोशी, श्री डोभाल, राकेश चन्नाना, देवेश्वरी सेमवाल, विनोद यादव, लक्ष्मी तिवारी, विवेक कश्यप, पराग आमोली, सरोज डिमरी, गीता, माधुरी आदि मौजूद थे। तथा कार्यक्रम का संचालन सीमा ने किया। जन- आगाज।