*श्री केदार बाबा के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पंचमुखी डोली का शीतकालीन गद्दी स्थल के लिए प्रस्थान*
श्री केदार बाबा के कपाट शीतकाल के लिए बंद, पंचमुखी डोली का शीतकालीन गद्दी स्थल के लिए प्रस्थान
केदारनाथ। 12 ज्योतिर्लिंगों में प्रमुख हिमालय में स्थित श्री केदारनाथ बाबा के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिए गए हैं।अब श्री केदारनाथ में देव पूजा आरंभ हो जाएगी। केदार बाबा की पंचमुखी विग्रह डोली केदारनाथ से प्रस्थान कर आज शाम तक अपने प्रथम पड़ाव रामपुर पहुंच जाएगी।
आज प्रातः विधि विधान के साथ वेद मंत्रोच्चार के बीच मुख्य पुजारी शिवशंकर लिंग ने भगवान केदार बाबा के कपाट बंद की प्रक्रिया को संपन्न किया। धर्माधिकारी ओंकार शुक्ला, वेदपाठी स्वयंवर देवशाली, मंदिर समिति के वरिष्ठ सदस्य श्रीनिवास पोस्ती, वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित उमेश चंद्र पोस्ती,केदार सभा के अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, चार धाम महापंचायत के उपाध्यक्ष संतोष त्रिवेदी आदि लोगों ने वेदपाठ व मंत्रोच्चार किया।
बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सीईओ विजय प्रसाद थपलियाल ने कहा कि कपाट बंद होने के साथ ही बाबा केदार की पंचमुखी विग्रह डोली का प्रस्थान रामपुर के लिए हो चुका है।डोली आज रामपुर, कल काशी विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी और 5 तारीख को पंच केदार के गद्दी स्थल ऊखीमठ स्थित ओंकारेश्वर मंदिर में पहुंच जाएगी। कपाट बंद होने के अवसर पर केदारनाथ में मंदिर अधिकारी युद्धवीर पुष्पपान, प्रोटोकॉल अधिकारी अरविंद शुक्ला समेत कई गणमान्य व्यक्ति वह भारी संख्या में श्रद्धालु तीर्थ यात्री मौजूद थे।
दूसरी ओर आज भैया दूज के ही अवसर पर उत्तराखंड में स्थित यमुना मैया यमुनोत्री के कपाट भी शीतकाल के लिए दिन में लगभग 12 बजे बंद कर दिए जाएंगे।