*शंकराचार्य ने किये निर्जला एकादशी के पर्व पर भगवान बदरी विशाल के दर्शन व पूजन*
'मणिरत्नेश्वर महादेव' का वार्षिकोत्सव सम्पन्न हुआ, शंकराचार्य जी महाराज ने किया दुग्धाभिषेक
आदिकेदार में जलाभिषेक , अग्नितीर्थ में प्रोक्षण दर्शन के बाद , लीलाढुंगी, वामणी गांव की भगवती नन्दा देवी , बदरिकाश्रम की शक्ति भगवती उर्वशी देवी के दिव्य दर्शन किए पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने
चमोली। अद्भुत हिमालय की ऐतिहासिक तीर्थ दर्शन यात्रा के तीसरे दिन आज 17 जून को ‘परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज ने आज निर्जला एकादशी के पावन अवसर भगवान बदरीविशाल के मंगलमय दर्शन, पूजन किए.
बदरीविशाल धाम मे स्थित श्रीशंकराचार्य मठ शेषनेत्र आश्रम परिसर में विराजमान अद्भुत शक्तियों के केन्द्र सिद्ध स्फटिक शिला की अद्भुत मूर्ति जो कि सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं , भगवान मणिरत्नेश्वर आज एकादशी के दिन वार्षिकोत्सव मनाया गया , पूज्य शङ्कराचार्य जी महाराज ने रुद्राभिषेक कर शिवाराधना की ।
इन अवसर पर उपस्थित रहे भगवान बदरीविशाल के मुख्यपुजारी श्री ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी जी , धर्माधिकारी श्री राधाकृष्ण थपलियाल जी, नायब रावल महोदय , केन्द्रीय धार्मिक डिमरी पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी जी , मन्दिर प्रशासक राजेन्द्र चौहान जी, पूर्व वेदपाठी कुशलानन्द बहुगुणा जी, शिवानन्द उनियाल जी, बलदेवप्रसाद मेहता जी, अशोक टोडरिया, अजेय स्वरूप ब्रह्मचारी जी, शंकर बाबा जी, मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी जी, पवन डिमरी, शिवानन्द उनियाल जी आदि अनेकों जन उपस्थित रहे ।