सचिव स्वास्थ्य ने किया केदारनाथ धाम में स्थलीय निरीक्षण
रुद्रप्रयाग। तीन दिवसीय जनपद भ्रमण पर पहुंचे सचिव स्वास्थ्य/ प्रभारी सचिव (यात्रा) डॉ आर राजेश कुमार ने सोमवार को केदारनाथ धाम में जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों की ओर से की गई तैयारियों एवं सुविधाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि सुगम, सुरक्षित एवं निर्बाध यात्रा के लिए राज्य सरकार पूरी तरह से प्रतिबद्ध है।
स्लाइडिंग जोन सिरोबगड़ के निरीक्षण के दौरान उन्होंने अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग एवं जिला प्रशासन के अधिकारियों से कहा कि सिरोबगड़ से ही जनपद की सीमा प्रारंभ हो जाती है तथा ये क्षेत्र अति-संवेदनशील है। ऐसे में हल्की वर्षा में भी मलबा आने से मार्ग बाधित हो जाता है। इसके लिए उन्होंने समुचित व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्लाइडिंग जोन पर 24×7 जीसीबी मशीन उपलब्ध रहे। जीसीबी ऑपरेटर का नंबर भी सभी प्रशासनिक अधिकारियों को उपलब्ध कराया जाए ताकि यातायात मार्ग अवरूद्ध होने पर तत्काल यातायात हेतु सुचारू किया जा सके।
उन्होंने जिला चिकित्सालय के विभिन्न वार्डों का निरीक्षण करते हुए चिकित्सालय में उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं का जायजा लिया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं मुख्य चिकित्सा अधीक्षक को उन्होंने निर्देश दिए कि केदारनाथ धाम में आने वाले श्रद्धालुओं का यदि स्वास्थ्य खराब हो जाता है तो उनका प्राथमिकता पर उपचार किया जाए। उन्होंने कहा कि उपचार के लिए चारों धामों में 180 चिकित्सक तैनात किये गए हैं। उन्होंने केदारनाथ यात्रा व्यवस्था हेतु तैनात डॉक्टरों की भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान उन्होंने जिला चिकित्सालय में स्थापित की जा रही सिटी स्कैन मशीन को तत्परता से स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होंने सिटी स्कैन कक्ष के लिए विद्युत भार बढ़ाने के लिए उपलब्ध कराई जाने वाली धनराशि के लिए महानिदेशक स्वास्थ्य को आवश्यक दिशा-निर्देश भी निर्गत किये।
प्रभारी सचिव ने यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ाव पर बेहतर साफ सफाई व्यवस्था के निर्देश नगर पालिका, नगर पंचायत एवं जिला पंचायत को दिए। इसके साथ ही जल संस्थान को यात्रा मार्ग एवं यात्रा मार्ग के विभिन्न पड़ाव पर उचित पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित कराए जाने के भी निर्देश दिए। विद्युत विभाग को भी व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए।
सचिव स्वास्थ्य ने रुद्रप्रयाग शहर के विभिन्न प्रतिष्ठानों का निरीक्षण कर सभी होटल व्यवसाय एवं व्यापारियों से खाद्य सामग्री को खुले में न रखकर इसके लिए उचित प्रबंध करने के निर्देश दिए तथा साफ सफाई एवं खाने पीने की सामग्री में गुणवत्ता का भी विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने व्यापार मंडल के पदाधिकारियों एवं व्यापारियों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों/ व्यापारियों ने रुद्रप्रयाग मुख्य बाजार में पेयजल एवं शौचालय की समस्या से उन्हें अवगत कराया गया जिसके समाधान के लिए सचिव स्वास्थ्य ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। जिलाधिकारी डॉ. सौरव गहरवार एवं पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक बधाणे ने सचिव से जीएनवीएन में मुलाकात की। जिलाधिकारी ने केदारनाथ दर्शन करने आ रहे तीर्थ यात्रियों के लिए जिला प्रशासन एवं विभिन्न विभागों की ओर से यात्रा मार्ग से लेकर केदारनाथ धाम तक उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं एवं व्यवस्थाओं के संबंध में जानकारी उपलब्ध कराई। पुलिस अधीक्षक विशाखा अशोक बधाणे ने सुव्यवस्थित यात्रा संचालित करने के लिए बनाए गए ट्रैफिक प्लान के संबंध में जानकारी दी। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.एच.सी.एस मर्तोलिया ने अवगत कराया कि केदारनाथ यात्रा के लिए पांच चिकित्सा अधिकारी,एक फिजिशियन अन्य जनपदों से तैनात किए गए हैं तथा जनपद रुद्रप्रयाग से नौ चिकित्सा अधिकारी और एक आर्थो डॉक्टर तैनात हैं। अन्य जनपदों के 19 फार्मासिस्ट और 2 जनपद रुद्रप्रयाग तथा 8 स्वास्थ्य चिकित्सक और 5 कनिष्ठ चिकित्सक तैनात किए गए हैं।
निरीक्षण के दौरान संयुक्त निदेशक डॉ. अमित शुक्ला, मुख्य विकास अधिकारी जी.एस खाती, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एच.सी.एस मर्तोलिया, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक मनोज बडोनी, उपजिलाधिकारी रुद्रप्रयाग आशीष घिड़ियाल, अधिशासी अभियंता राष्ट्रीय राजमार्ग निर्भय सिंह, अधिशासी अभियंता सिंचाई विभाग कुशवंत सिंह, अधिशासी अभियंता जल निगम नवल कुमार, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका सुशील कुरील, सहायक अभियंता जल संस्थान रेवत सिंह रावत, जिला पूर्ति अधिकारी मनोज डोभाल, डॉ आशुतोष सहित संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।