करवा चौथ पर हरिद्वार जेल में बंद महिलाओ ने रखा व्रत नई उड़ान भारत फाउंडेशन ने की पूरी व्यवस्था

जन आगाज डेस्क
हरिद्वार /देहरादून। करवा चौथ जैसे पारंपरिक और स्नेहपूर्ण त्योहार पर जहां हर घर की महिलाएं अपने सुहाग की लंबी आयु की कामना के लिए व्रत रखती हैं वहीं इस बार हरिद्वार जेल में भी त्योहार की रौनक देखने को मिली। जेल में बंद 50 से अधिक महिला कैदियों ने करवाचौथ का व्रत रखा । इन महिलाओं के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं नई उड़ान भारत फाउंडेशन संस्था द्वारा की गयी।
खास बात यह है कि नई उड़ान भारत फाउंडेशन एक ऐसी समाजसेवी संस्था है जिसमें सभी पदाधिकारी महिलाएं ही हैं। यह संस्था समय-समय पर समाज सेवा से जुड़े कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती रहती है। करवा चौथ के अवसर पर संस्था ने यह अनोखी पहल करते हुए जेल में बंद महिला कैदियों को यह एहसास दिलाने का प्रयास किया है कि वे समाज से अलग नहीं हैं बल्कि इस पर्व की खुशियों का हिस्सा हैं।संस्था की अध्यक्ष विनीता गौनियाल ने बताया कि हालांकि कारागार प्रशासन हर तीज-त्योहार पर जेल में बंद कैदियों के लिए आवश्यक व्यवस्था करता है लेकिन हमारी संस्था का उद्देश्य यह था कि इन महिलाओं के साथ त्योहार मनाकर उन्हें मानसिक और भावनात्मक रूप से सहयोग दिया जा सके। उन्होंने कहा हमारा प्रयास है कि महिलाएं यह महसूस करें कि जेल की चारदीवारी के भीतर रहते हुए भी समाज उनके साथ है और त्योहारों की खुशियों से वे वंचित नहीं हैं।
करवा चौथ के दिन नई उड़ान भारत फाउंडेशन की टीम द्वारा महिला कैदियों को साड़ी, सिंगार का सामान, पूजा सामग्री, करवा चौथ की कथा की पुस्तकें, मेहंदी, चप्पलें, सूखे मेवे (ड्राई फ्रूट्स) और व्रत से पहले खाने के लिए विशेष खाद्य सामग्री वितरित की गई। संस्था द्वारा यह भी सुनिश्चित किया गया है कि सभी महिलाओं को पूजा के लिए आवश्यक सामग्री और वातावरण उपलब्ध कराया जाए।
संस्था की सदस्य मोनिका अरोड़ा ने बताया कि करवा चौथ जैसे पर्व महिलाओं के लिए केवल धार्मिक आस्था का नहीं बल्कि आपसी भावनात्मक जुड़ाव और सशक्तिकरण का प्रतीक है जेल में यह पहल महिला कैदियों को आत्मबल और सामाजिक अपनापन का अनुभव कराएगी।
संस्था की वरिष्ठ सदस्य गीता गौनियाल ने कहा कि नई उड़ान भारत फाउंडेशन समय-समय पर इस तरह के प्रोजेक्ट चलाती रहती है जिनका उद्देश्य समाज के उन वर्गों तक पहुंचना है जो मुख्यधारा से कुछ हद तक कट चुके हैं। उन्होंने बताया कि आगे भी संस्था महिला सशक्तिकरण, शिक्षा, स्वास्थ्य और पुनर्वास के क्षेत्र में कई नई पहल करने जा रही है।इस अनोखी पहल के जरिए करवा चौथ का त्योहार इस बार हरिद्वार जेल की दीवारों के भीतर भी प्रेम, आस्था और उम्मीद की नई रोशनी लेकर आएगा।