अस्पताल में एडमिट बच्चे को O+ ब्लड ग्रुप की आवश्यकता की सूचना पर पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार भागे भागे पहुंचे रक्तदान करने !

उत्तरकाशी
हमारे रक्तदान किए गए रक्त से कई लोगों की जिंदगी बचती है। रक्तदान का कितना महत्व है इसका अहसास हमें तब होता है जब हमारा कोई निकटतम व्यक्ति जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा हाेता है। रक्तदान कर हम जहां एक ओर किसी की जान बचाते हैं वहीं दूसरी ओर इससे जबर्दस्त आत्म संतुष्टि मिलती है।
कई लोग रक्तदान को लेकर फैली भ्रांतियों के कारण रक्तदान करने से कतराते हैं जबकि इससे कोई हानि नहीं होती बल्कि कई प्रकार लाभ होते हैं। कुछ ब्लड ग्रुप ऐसे होते हैं जो बहुत कम ही मिलते हैं जिसमें ओ पॉजिटिव और नेगेटिव ब्लड ग्रुप मुख्य रूप से शामिल है
ऐसा ही कुछ देखने को मिला आज जिला उत्तरकाशी में जब अस्पताल में भर्ती अर्जुन के परिजनों को डॉक्टर ने ओ पॉजिटिव रक्त की व्यवस्था करने को कहा परिजनों ने बहुत कोशिश की लेकिन इस ब्लड ग्रुप की व्यवस्था नहीं हो पाई उसके बाद जैसे ही एसएचओ उत्तरकाशी दिनेश कुमार को पता चला कि जिस ब्लड ग्रुप की तलाश हो रही है उनका भी वही ब्लड ग्रुप है तो वह भागे भागे अस्पताल पहुंच गए पुलिस सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार जानते थे कि ओ पॉजिटिव ब्लड ग्रुप कितना महत्वपूर्ण है इसलिए बिना एक पल गवाह वह सीधा अस्पताल पहुंचे और रक्तदान किया वही यह सूचना जब पुलिस अधिकारियों को पता चली तो सभी ने सब इंस्पेक्टर दिनेश कुमार की जमकर तारीफ की
रक्त एक जीवित ऊतक है अभी तक विज्ञान ने इतनी तरक्की नहीं की है कि इसे कहीं बनाया जा सके इसका सिर्फ एक ही माध्यम है वह है रक्तदान इसलिए सभी को रक्तदान जरूर करना चाहिए