15 दिसंबर को मनाई जाएगी मार्गशीर्ष पूर्णिमा, जानें पूजा-विधि और स्नान-दान का शुभ मुहूर्त : डॉक्टर सुशांत राज
देहरादून। डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने जानकारी देते हुये बताया की साल में कुल 12 पूर्णिमा तिथियां आती है। इसी में से एक है मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा। मार्गशीर्ष पूर्णिमा के दिन माता लक्ष्मी की विशेष पूजा का विधान है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी की आराधना करने से धन के भंडार खुल जाते हैं और धन-वैभव-ऐश्वर्य की व्यक्ति को प्राप्ति होती है।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने बताया कि हिंदू पंचांग के अनुसार, मार्गशीर्ष माह की पूर्णिमा तिथि का आरंभ 14 दिसंबर, दिन शनिवार को शाम 4 बजकर 58 मिनट पर होगा। इसका समापन 15 दिसंबर, दिन रविवार को रात 2 बजकर 31 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के अनुसार, इस साल मार्गशीर्ष पूर्णिमा 15 दिसंबर को मनाई जाएगी।
डॉक्टर आचार्य सुशांत राज ने कहा कि मार्गशीर्ष पूर्णिमा का शुभ मुहूर्त सुबह 4 बजकर 12 मिनट से शुरु होगा और सुबह 5 बजकर 5 मिनट पर समाप्त होगा। ब्रह्म मुहूर्त में पूर्णिमा का स्नान करना बेहद शुभ होता है। वहीं, दान का मुहूर्त सुबह 7 बजकर 32 मिनट से शुरु होकर सुबह 8 बजे तक रहेगा।
इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा का शुभ समय 7 बजकर 52 मिनट से सुबह 9 बजकर 21 मिनट तक का है। वहीं, चंद्रोदय का समय शाम 5 बजकर 14 मिनट है। ऐसे में चंद्रमा की पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त शाम 6 बजे से रात 7 बजे 45 मिनट तक है।