राज्यपाल ने युवाओं को शिक्षा, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया

देहरादून। मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले के बच्चों ने ‘‘राष्ट्रीय एकता यात्रा’’ के अंतर्गत राजभवन में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से मुलाकात की। यह यात्रा असम राइफल्स ‘‘ऑपरेशन सद्भावना’’ के तहत आयोजित की गई, जिसमें टेंग्नौपाल के 4 शिक्षकों के साथ 28 छात्र-छात्राएं शामिल हैं। पहली बार अपने क्षेत्र से बाहर निकले ये बच्चे इस यात्रा के दौरान भारतीय सैन्य अकादमी, वन अनुसंधान संस्थान आदि का भ्रमण करेंगे, जिससे उन्हें उत्तराखण्ड की समृद्ध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत को समझने का अवसर मिलेगा।
इस अवसर पर राज्यपाल ने युवाओं को संबोधित करते हुए भारत की एकता, अखंडता और विविधता पर जोर दिया और उन्हें इस यात्रा से प्राप्त अनुभवों को अपने जीवन में आत्मसात करने की प्रेरणा दी। राज्यपाल ने कहा कि पूर्वोत्तर भारत की सांस्कृतिक विरासत और परंपराएं अत्यंत समृद्ध हैं और इनका योगदान देश की प्रगति में महत्वपूर्ण है। उन्होंने युवाओं को शिक्षा, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने असम राइफल्स के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ‘‘ऑपरेशन सद्भावना’’ सीमांत क्षेत्रों के युवाओं को मुख्यधारा से जोड़ने की एक महत्वपूर्ण पहल है। यह न केवल युवाओं को प्रेरित करता है, बल्कि देश के हर नागरिक को यह संदेश देता है कि हम सब एक हैं और भारत के हर कोने का समान महत्व है। राज्यपाल ने युवाओं से आग्रह किया कि वे अपने जीवन में नेतृत्व क्षमता और सामाजिक उत्तरदायित्व विकसित करें और राष्ट्र निर्माण में अपनी भूमिका निभाएं। इस अवसर पर असम राइफल्स के मेजर जे एस खालसा सहित छात्र-छात्राएं और शिक्षक मौजूद रहे।