18 फरवरी 2023
जोशीमठ, चमोली
हमारे सनातन शास्त्रों में तीन विशेष रात्रियों का वर्णन मिलता है , कालरात्री , महारात्री और मोहरात्री इन में आज की तिथि को विद्वान लोग महारात्रि के रूप में जानते हैं । आज महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर पूरे दिन देश के विभिन्न शिव मन्दिरों में भक्तों का तातां लगा रहता है । आज उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में स्थित उत्तराम्नाय शंकराचार्य पीठ के अधिपति ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती जी महाराज की अधिष्ठात्री देवी राजराजेश्वरी त्रिपुर सुन्दरी श्रीदेवी जी का श्रृंगार करके उन्हें भगवान शिव का सुन्दर स्वरूप दिया गया । दिनभर भक्तजन दर्शन हेतु आते रहे । सुबह से ही सभी मन्दिरों में पूजाएं सम्पन्न हो रही हैं । आज रात्रि के चारों प्रहर में तोटकाचार्य गुफा में विराजमान स्फटिक मणि के देव ज्योतिरीश्वर महादेव का अभिषेक मठ के आचार्यों द्वारा किया जाएगा ।
भगवान शिव सदा भक्तों का कल्याण करते हैं, शिवं कल्याणम् शिव शब्द का तात्पर्य ही कल्याण है , जिसके जीवन में शिव हैं उसका जीवन आनन्दमय और कल्याणमय हो जाता है उक्त बातें ज्योतिर्मठ के प्रभारी मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी ने कही । आज के शुभ अवसर पर ज्योतिर्मठ के व्यवस्थापक विष्णुप्रियानन्द ब्रह्मचारी ने कहा कि आपदाग्रस्त जोशीमठ जल्दी से सभी संकटों ने निकलकर पुनः अपने व्यवस्थित स्वरूप में आ जाए ऐसी प्रार्थना है । सभी अवसरों पर उपस्थित रहे सर्वश्री शिवानन्द उनियाल, दिनेशचन्द्र सती, महिमानन्द उनियाल, जगदीश उनियाल आदि