देहरादून: जमीन की धोखाधड़ी के एक मामले में वांछित व दस हजार के इनामी अपराधी वेद प्रकाश शर्मा उर्फ वेदानंद सरस्वती को एसटीएफ ने कस्बा हापुड़ से गिरफ्तार किया । भूमा निकेतन आश्रम जनपद हरिद्वार के मैनेजर राजेंद्र शर्मा की ओर से थाना ज्वालापुर में दर्ज कराए गए शिकायत के आधार पर यह गिरफ्तारी की गई।
इसकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ पुलिस हरिद्वार द्वारा कुछ रोज पहले ₹10 हजार के इनाम की घोषणा की गई थी । गौरतलब है कि भूमा निकेतन आश्रम के मैनेजर राजेंद्र शर्मा द्वारा अपनी प्रथम सूचना रिपोर्ट में कहा था कि भूमा निकेतन आश्रम के पीछे करीब 9120 वर्ग मीटर जमीन को कई वर्ष पूर्व में उनके आश्रम द्वारा खरीद कर लिया गया था लेकिन वेदानन्द सरस्वती आदि अभियुक्त गणों द्वारा फर्जी दस्तावेजों के आधार पर धोखाधड़ी की नीयत से उसी जमीन को दोबारा से किसी और को बेच दिया गया।
उक्त जमीन की कीमत वर्तमान में करोड़ों में है । वेदानंद सरस्वती को गिरफ्तार करने के लिए पिछले काफी समय से हरिद्वार पुलिस लगातार प्रयास कर रही थी। वेदानंद सरस्वती के बारे में जानकारी मिली कि वह अपने आप को शारदा आश्रम का ट्रस्टी बताता है तथा जमीन की धोखाधड़ी को लेकर पूर्व में दो बार जेल जा चुका है।
वेदानंद सरस्वती वर्ष 1998 थाना ज्वालापुर धारा 307 आईपीसी(दूसरी पार्टी पर जमीन को लेकर जान से मारने की नीयत से फायर करने के मामले में लोवर कोर्ट हरिद्वार से आजीवन कारावास की सजा मिली है । और हाई कोर्ट से बेल पर बाहर है।