अमित शाह के बाद सीएम योगी तथा सीएम धामी ने कहा: कांग्रेस देश की एकता और अखंडता के लिए बड़ा खतरा
देहरादून। लोकसभा चुनाव के बाद दो राज्यों में हरियाणा और जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा नेताओं ने अपनी रणनीतिक तैयारी शुरू कर दी है। बीते कल जम्मू कश्मीर चुनाव को लेकर कांग्रेस और नेशनल कांफ्रेंस के बीच हुए गठबंधन को लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के बाद यूपी के सीएम योगी तथा उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने आज बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि कांग्रेस देश की एकता और अखंडता के लिए बड़ा खतरा है। कांग्रेस कश्मीर को फिर आतंकवाद की आग में झोंकने का प्रयास कर रही है।
मुख्यमंत्री धामी ने मीडिया को दिए गए बयानों में कहा है कि इस गठबंधन से यह साफ हो गया है कि कांग्रेस सत्ता के लालच में आकर जम्मू कश्मीर को फिर आतंकवाद की आग में झोंकने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस चाहती है यहां फिर से बंद और पत्थर बाजी की घटनाओं को बढ़ावा मिले। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर से धारा 370 ए को समाप्त कर यहां अमन और शांति का प्रयास किया था वह कांग्रेस को रास नहीं आ रहा है। क्योंकि कांग्रेस की सोच विभाजनकारी है।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा देश की एकता और अखंडता के लिए एक विधान और एक निशान की बात कही जा रही है तो कांग्रेस चाहती है कि जम्मू कश्मीर में फिर से दो झंडा फहराया जाता दिखे। उन्होंने कहा कि वह कांग्रेस से 10 सवाल पूछना चाहते हैं। क्या कांग्रेस कश्मीर में फिर से अलग झंडा देखना चाहती है। क्या कांग्रेस 370 के आर्टिकल 35ं ए को पुनः बहाल कराना चाहती है। क्या वह यहां फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने की पक्षधर है तथा पाकिस्तान के साथ ट्रेड शुरू करना चाहती है। और आतंकवाद और पत्थरबाजी करने वालो को फिर सरकारी नौकरियों में लाना चाहती है। धामी ने वह सारे सवाल मीडिया के सामने दोहराये जो कल अमित शाह द्वारा पूछे गए थे।
जम्मू कश्मीर के दौरे पर गए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने यहां नेशनल कांफ्रेंस के नेताओं के साथ मिलकर चुनावी गठबंधन का ऐलान किया था। जिसके बाद से भाजपा खेमे में इसे लेकर खलबली है। चुनावी रणनीतिकार मानते हैं कि भाजपा यहां 10 बाद हो रहे चुनाव में 370 को हटाए जाने को अपना बड़ा चुनावी लाभ का मुद्दा माने बैठी थी लेकिन कांग्रेस व नेशनल कांफ्रेंस के गठबंधन के बाद उसको अपनी स्थिति कमजोर नजर आने लगी है। जिसके कारण भाजपा खेमे में इस गठबंधन को लेकर भारी खलबली है।