वाद्य संगीत से निकला भक्तिमय रस का आनंद

देहरादून, 9 अक्टूबर। विरासत साधना में गुरुवार को भिन्न-भिन्न अनेक स्कूली बच्चों द्वारा वाद्य संगीत पर की गई आकर्षक एवं शानदार प्रस्तुतियों से निकले भक्ति रस ने सभी को आनंदित कर डाला Iविरासत महोत्सवकी आज की विरासत संध्या में प्रतिभाग करने वाले भिन्न-भिन्न स्कूलों के बच्चों ने अपनी प्रतिभाओं का शानदार प्रदर्शन करके सभी का दिल जीत लिया। वाद्य संगीत से विरासत साधना का पंडाल मधुर और सौम्या हुआ। स्थानीय डॉ. भीमराव अंबेडकर स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे विरासत महोत्सव की सुबह की पारी में नियमित रूप से हो रही विरासत साधना में आज जिन प्रतिभावान बच्चों ने प्रतिभाग किया, उनमें कई बच्चों ने बहुत ही शानदार भारतीय संगीत का प्रदर्शन किया। इस अवसर पर देहरादून के विभिन्न प्रतिष्ठित विद्यालयों और संस्थानों से आए विद्यार्थियों ने अपनी वाद्य कला से सभी का मन मोह लिया। प्रत्येक विद्यार्थी ने अपने गुरुजनों और सहयोगियों के साथ मिलकर सुंदर वाद्य प्रस्तुति दी, जिससे वातावरण सुरमय और आनंदमय बना। विरासत साधना में प्रतिभागी बने इन बच्चों में क्रमशः दून यूनिवर्सिटी से तबला वादक अनिरुद्ध नौटियाल उनके साथ रहे राघव शर्मा, सेंट कबीर एकेडमी से तबला वादक लवकेश प्रकाश उनके साथ रहे अमन निराला, इसी श्रृंखला में क्रमवार पीवाईडीएस लर्निंग एकेडमी से दिपांशु गौर (पखावज) साथ में दीपक कुमार भारद्वाज, तरुण संगीत एवं विचार मंच से आए अभिनव पोखरियाल (तबला) साथ में राघव शर्मा, दून वैली पब्लिक स्कूल के विनायक भारद्वाज (सितार) साथ में दीपक कुमार भारद्वाज मैं अपनी शानदार प्रस्तुतियां देकर सभी का मन मोह लिया। इसके अलावा दून इंटरनेशनल स्कूल के होनहार छात्र मनवीर सिंह ने भी तबले पर तीन ताल का राग देकर सभी को मग्न मुग्ध कर दिया। यही नहीं, द एशियन स्कूल देहरादून से सुखप्रीत सिंह (तबला) साथ में अन्वेश कांत, द ओएसिस से अक्षज गोयल (तबला) साथ में श्विभुषित सिंह, शिक्षणकुर द ग्लोबल स्कूल से विहान जोशी (तबला) साथ में राघव शर्मा, सुरेंद्र संगीत विद्यालय समिति से माही सिंह साथ में राघव शर्मा तथा फाइलफॉट पब्लिक स्कूल से अदिति वर्मा साथ में सार्थक कुमार की प्रस्तुति से विरासत साधना में मधुरलय छाई रही।
तत्पश्चात विरासत साधना की भक्ति रस में डूबी हुई इस शानदार प्रस्तुति में प्रतिभाग करने वाले सभी प्रतिभावान प्रतिभागियों को विरासत रीच संस्था संयुक्त सचिव वह मुख्य आयोजक विजयश्री जोशी ने सम्मानित किया। विजय श्री जोशी द्वारा सभी प्रतिभाशाली बच्चों का उत्साहवर्धन वर्धन किया गया। उनके उत्साहवर्धन और सराहना के अनमोल शब्दों ने कार्यक्रम को और खास बना दिया, जिससे यह सुबह संगीत, परंपरा और प्रतिभा का एक यादगार उत्सव बन चुकी है।