*मां वैष्णो देवी ट्रस्ट के भंडारे के लिए उद्योगपति सनातन धर्मावलंबी डॉ० महिंद्र शर्मा ने किया एक करोड़ का दान*
*इससे पूर्व श्री केदारनाथ मंदिर व अन्य मंदिरों में किया गया डॉ०शर्मा द्वारा बड़े पैमाने पर दान*
देहरादून/नई दिल्ली। सनातन धर्म के विविध मंगल कार्यों को मूर्त रूप देने के लिए हिमाचल ऊना के उद्योगपति डॉ०महिंदर शर्मा वर्षों से लगातार योगदान करते चले आ रहे हैं। हाल ही में डॉ० शर्मा द्वारा श्री वैष्णो देवी माता की तीर्थ यात्रा पर पहुंचने वाले श्रद्धालु तीर्थ यात्रियों के भोग भंडारे के लिए एक करोड़ का दान ट्रस्ट को दिया है। इससे पूर्व डॉ० महिंद्र शर्मा सनातन धर्म के क्षेत्र में हिमालय में स्थित श्री केदारनाथ मंदिर के गर्भ गृह को 2017 में रजत जड़ित करने के साथ ही बीते साल केदारनाथ भगवान के चढ़ावे की गिनती के लिए पारदर्शी ग्लास हाउस का निर्माण, हिमाचल स्थित भगवती के चिंतपूर्णी, ज्वाला देवी, आदि मंदिरों में भगवान की पूजा पाठ व साज सज्जा के लिए दान अर्पित कर चुके हैं।
त्रिकुटा पहाड़ियों में स्थित श्री माता वैष्णो देवी के भवन गुफा मंदिर के दर्शन करने बाले श्रद्धालुओं को आगामी छह सालों तक प्रत्येक वीरबार को मुफ्त भोजन उपलब्ध करबाने के लिए हिमाचल के प्रसिद्ध उद्योगपति और समाज सेवी डॉ० महिन्द्र शर्मा ने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड कटरा को आज एक करोड़ एक लाख रूपये की धनराशि दान की ।
डॉ० महिन्द्र शर्मा ने बीते गुरुवार को यह राशि श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग को कटरा में आज एक करोड़ एक लाख रूपये का पंजाब नेशनल बैंक ड्राफ्ट भेंट करके दी । इस अबसर पर उनका बेटा ध्रुव शर्मा भी उनके साथ था ।
उन्होंने श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को 18 जुलाई 2024 से शुरू होने बाले बीरबार से लेकर 3 अक्तूबर 2030 तक पड़ने बाले प्रत्येक बीरबार को श्रद्धालओं को तारकोटे में लंगर प्रदान करने के लिए 31000 रुपए प्रति लंगर की धनराशि दान की । इस तरह इस अबधि में इस धनराशि से श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड को 325 लंगर आयोजित करने की धनराशि दान की गई है ।
61 वर्षीय डॉ० महिंद्र शर्मा ऊना जिला के बढेड़ा राजपूतां से संबंध रखते हैं। बिज्ञान में स्नातक , एम् बी ए और डॉक्टरेट की डिग्री ग्रहण कर चुके समाज सेवी डॉ० महिंद्र शर्मा को जनसेवा बिरासत में मिली है और बह इस परिबरिक परम्परा को बखूबी निभा रहे हैं । उनके पिता स्बर्गीय पण्डित अमरनाथ शर्मा ने गरीब कन्यायों की शादी , मन्दिर ,बिद्यालयों , पियाऊ और भण्डारे आयोजित करके स्थानीय लोगों के दिलों में अमित छाप छोड़ी है ।
डॉ० महिंद्र शर्मा विश्व प्रसिद्ध धाम श्री बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के सम्मानित सदस्य के साथ ही नई दिल्ली के इस्कॉन मन्दिर की नवीकरण, पुनरोद्धार समिति के वाइस चेयरमैन हैं और यमुना नदी के पुनरोद्धान के लिए गठित हरी यमुना समिति के उपाध्यक्ष भी हैं। उनकी गणना देश के चोटी के सनातन धर्म के लिए योगदान देने वाले समाज सेबी उद्योगपतियों में की जाती है। उनकी कंपनी देशभर में राष्ट्रीय महत्व की इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण, होटल, फूड प्रोसेसिंगए शिक्षा व रियल एस्टेट की अनेक परियोजनाओं का निर्माण कर रही है। महिन्द्र शर्मा अनेक धार्मिक और सामाजिक संस्थाओं से जुड़े हैं। जोकि समाज के दबे.कुचले वर्ग के सामाजिक आर्थिक उत्थान के लिए निरंतर कार्य कर रही हैं। महिंद्र शर्मा ने कहा कि परमात्मा ने जीवन में सफलता प्रदान की है । डॉ० महिंद्र शर्मा का कहना है कि समाज के प्रति हमारा कर्तव्य है, कि जरूरतमंद की मदद करें, कोई भी व्यक्ति बिना मदद के नहीं रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद के लिए मदद करना मेरी प्राथमिकताओं में शामिल है। पिता पंडित अमरनाथ शर्मा द्वारा दी गई प्रेरणा सदेव सेवा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की प्रेरणा देती है ।
उन्होंने कहा कि ऊना मेरी जन्म भूमि है और हिमाचल देवभूमि के संस्कारों ने हमें आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि समाज बेहतर कार्य के लिए हमें आशीर्वाद दे रहा है, यह अपने आप में प्रभु आशीर्वाद से काम हो रहा है ।