
बागेश्वर
बागेश्वर-शहर से लगे घिरौली जोशीगांव में बृहस्पतिवार को एक घर में महिला और उसके तीन बच्चों की लाश मिलने से दहशत फैल गई। महिला का पति बीती 10 मार्च से लापता है। उससे पहले से ही आसपास के लोगों ने इस परिवार को नहीं देखा था।
मौत के कारणों का अभी स्पष्ट पता नहीं चल पाया। मकान का दरवाजा भीतर से बंद होने के कारण पुलिस प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला मान रही है, लेकिन हत्या से भी इनकार नहीं किया है। गुरुवार की सायं घिरौली जोशीगांव के कुछ युवक गांव से एकांत में बने इस मकान की ओर पानी की लाइन सही करने गए थे। वहां भीषण दुर्गंध महसूस हुई। उन्होंने इसकी सूचना देहरादून में रहने वाले मकान मालिक गोविंद बिष्ट को दी। मकान मालिक की सूचना पर कोतवाल कैलाश नेगी मय फोर्स मौके पर पहुंचे। दरवाजा में भीतर से कुंडी लगी थी। पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो भीतर एक साथ चार लाशें देखकर पैरों तले जमीन खिसक गई। बिस्तर पर महिला मृत पड़ी थी, जबकि उससे कुछ दूरी पर अलग-अलग जगह तीन बच्चे। मरने वालों में मृतका नीमा पत्नी भूपाल राम के अलावा 13 साल की बेटी अंजलि, सात साल का बेटा कृष्णा और डेढ़ साल का बेटा भाष्कर शामिल हैं।