बेमेतरा
‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु श्रीश्री शंकराचार्य जी स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ अपने प्रवास के पँचम दिवस दिन सोमवार को बेमेतरा के कृष्णा विहार स्थित निवास पर प्रातः भगवान श्री चंद्रमौलेश्वर की पूजा कर दीक्षार्थियों को दीक्षा पश्चात दर्शन। शंकराचार्य मीडिया के मीडिया प्रभारी अशोक साहू ने बताया शंकराचार्य जी बेमेतरा के कृष्णा विहार कॉलोनी स्थित शंकराचार्य निवास से श्रीमद्भागवत कथा स्थल 1 बजे पहुँचे जहाँ सुरेंद्र कुमार छाबड़ा एवं परिवार द्वारा श्रीभागवत भगवान की आरती व पदुकापुजन कर पँचम दिवस का कथा प्रारम्भ कराया।
शंकराचार्य ने व्यासपीठ से कहा विपत्ति असल में विपत्ति नहीं है और सम्पत्ति भी असल में सम्पत्ति नहीं है। भगवान् का विस्मरण अर्थात् उनको भूलना ही विपत्ति और उसका स्मरण ही सम्पत्ति है। हमारे ऊपर विपत्ति तभी आती है जब हम भगवान् को भूल जाते हैं। इसीलिए कहा गया है विपद् विस्मरणं विष्णो: सम्पन्नारायणस्मृतिः।
उक्त बातें ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती महाराज ‘1008’ ने छत्तीसगढ के बेमेतरा में आयोजित श्रीमद्भागवत सप्ताह के अवसय पर कही।
उन्होंने कुन्ती का उदाहरण देते हुए कहा कि महाभारत के युद्ध के बाद भगवान् श्रीकृष्ण से कुन्ती ने वरदान में विपत्ति ही माॅगा। उसने कहा कि यदि विपत्ति या दुःख रहेगा तभी हमें आपका स्मरण और सान्निध्य मिलेगा। इसलिए आपसे हम सुख-सम्पत्ति नहीं विपत्ति माॅग रहे हैं।
आगे कहा कि सायंकाल के समय भगवान् शिव अपने गणों के साथ अपनी सूर्य, चन्द्र और अग्नि रूपी तीनों नेत्रों को खोलकर भ्रमण पर निकलते हैं। उस समय यदि कोई सत्कर्म करता हुआ दिखे तो उसे उनका आशीर्वाद मिलता है और जो निषिद्ध कर्म करता है उसकी दुर्गति होती है। इसलिए कहा जाता है कि सायंकाल के समय हमें निषिद्ध कर्मों से बचना चाहिए।
*शंकराचार्य अस्पताल में इलाज पर मिलेगी 25% की छूट, चेयरमैन आई पी मिश्र ने की बड़ी घोषणा*
भिलाई शंकराचार्य ग्रुप चेयरमैन आई पी मिश्र रविवार को श्री 1008 ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी: श्री अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती जी महाराज दर्शन करने बेमेतरा पहुँचे। उन्होंने दर्शन व श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने के बाद मंच से घोषणा करते हुए कहा कि भगवान ना करें किसी को अस्पताल आना पड़े।
यदि कोई मरीज इलाज के लिए शंकराचार्य अस्पताल आता है और शंकराचार्य द्वारा अधिकृत कार्ड दिखाता हैं, तो उन्हें किसी भी प्रकार के स्वास्थ्य इलाज पर 25 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी।
*शंकराचार्य जी भगवान शिव शंकर का अवतार, दर्शन हमारा सौभाग्य – मंत्री रविंद्र चौबे*
श्₹₹श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे बेमेतरा पहुंचे और शंकराचार्य जी का आशीर्वाद लेकर भागवत कथा का श्रवण किया। इस दौरान मंत्री चौबे ने कहा कि हम भाग्यशाली हैं, जो बार-बार शंकराचार्य यहां दर्शन देने के लिए प्रकट होते हैं। उनके मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा को सुनकर हम पुण्य कमा रहे हैं।
ब्रज के समान ही छत्तीसगढ़ की धरती में भी भक्ति व भाव समाहित है। हमारा सौभाग्य है कि ज्योतिष पीठाधीश्वर के पद में विराजमान होने के बाद शंकराचार्य भगवान के द्वारा यहां पहला भागवत हो रहा है। सनातन धर्म में शंकराचार्य भगवान का मतलब साक्षात शिव शंकर भगवान है, जिनके अवतार का आशीर्वाद लेने का सौभाग्य बेमेतरा को मिला। वहीं, उन्होंने भक्तों से अपील की है कि सवा लाख शिवलिंग स्थापना के लिए दान करें। साथ ही कहा कि छत्तीसगढ़ में तीर्थ स्थलों का जीर्णोद्धार करने के लिए भी सरकार काम कर रही है। वही, आयोजक विधायक आशीष छाबड़ा के कार्य की सराहना की।
सलधा मे उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य जी महाराज के मार्गदर्शन में बन रहे सवा लाख शिवलिंग के मन्दिर सपाद लक्षेश्वर धाम के लिए सोमवार को 91 लोगो ने बढ चढकर सहयोग किया।
*मुख्य यजमान सहित हजारों की रही मौजूदगी*
आज के आयोजन में मुख्यरूप से ब्रह्मचारी ब्रह्मविद्यानन्द, साध्वी पूर्णाम्बा, साध्वी शारदाम्बा, रविन्द्र चौबे कृषि मंत्री छत्तीसगढ़, गुरुदयाल बंजारे संसदीय सचिव, प्रदीप दुबे, डॉ सियाराम साहू पूर्व विधायक कवर्धा, मुख्य यजमान सुरेंद्र किरण छाबडा, आशीष छाबड़ा विधायक बेमेंतरा, विनु छाबड़ा, चंद्रप्रकाश उपाध्याय विशेष कार्याधिकारी ज्योतिर्मठ, ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद, अशोक साहू शंकराचार्य मीडिया प्रभारी, ब्रह्मचारी केशवानन्द, ब्रह्मचारी हृदयानंद, ब्रह्मचारी परमात्मानंद, बटुक राम, निखिल, शैलेश, पंडित देवदत्त दुबे, बंटी तिवारी व हजारो के संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे।